आफताब टाइम्स न्यूज (गोंडा),: मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने गोंडा में दिल (हृदय) की बढ़ती बीमारियों को देखते हुए अहम पहल की है। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने गोंडा के लाइफलाइन हॉस्पिटल में विशेष हृदय(कार्डियोलॉजी) ओपीडी सेवाएं शुरू कर रहा है। हाल के वर्षों में, पूरे भारत में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से जीवनशैली में आए बदलावों से जुड़ी है, और यह दरें अब चिंताजनक रूप से पश्चिमी देशों की तुलना में बराबर या उनसे अधिक होती जा रही हैं।
• ग्रामीण क्षेत्रों में 40-50 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) का खतरा अधिक।
- गोंडा में स्वास्थ्य सेवा की कमी होगी दूर, मिलेगा दिल की बीमारियों का विशेषज्ञ चिकित्सकों से इलाज
मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अंकित सिंह हर महीने के तीसरे शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक लाइफलाइन अस्पताल, गोंडा में परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे।
डॉ. अंकित सिंह ने इन सेवाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ग्रामीण आबादी में, उच्च रक्तचाप और मधुमेह के कई मामले - सीएडी के लिए प्रमुख जोखिम कारक - निदान नहीं किए जाते हैं। उनका इलाज नहीं किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में धूम्रपान की दर और अन्य हानिकारक आदतें भी अधिक होती हैं। इसलिए, जोखिम कारकों, लक्षणों और प्रारंभिक निदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है। यह पहल जटिल हृदय संबंधी स्थितियों का प्रबंधन करने और निवारक परामर्श प्रदान करने में मदद करेगी।
डॉ. सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में, सीएडी आमतौर पर 40 से 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को प्रभावित करता है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में, धूम्रपान, नशीली दवाओं के उपयोग, मोटापे और अन्य जीवनशैली कारकों की उच्च दरों के कारण युवा आबादी भी अधिक जोखिम में है। इससे पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध वयस्क अधिक असुरक्षित हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में युवा वयस्क भी महत्वपूर्ण जोखिम में हैं।
गोंडा के लाइफलाइन अस्पताल में ओपीडी में हृदय संबंधी कई तरह की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। जिसमें दिल व कोरोनरी की बीमारी की पहचान की जाएगी। जिससे समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित होगा। मैक्स हॉस्पिटल लखनऊ की हृदय विज्ञान में विशेषज्ञता है। इसक फायदा गोंडा और आस-पास के क्षेत्रों के निवासियों को मिलेगा। साथ ही उन्हें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।