अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट ने आज राजधानी लखनऊ के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार निशाना साधा। पायलट ने कहा कि भारत में सेबी चेयरमैन और अडानी ग्रुप के अध्यक्ष के बीच संबंधों का खुलासा हुआ है। हमारी मांग है कि रिपोर्ट के अनुसार हजारों करोड़ के घोटाले की जेपीसी से जांच करायी जाए। जांच पूरी होने तक सेबी के चेयरमैन इस्तीफा दें।
प्रेस वार्ता में सचिन पायलट ने कहा कि सेबी चेयरमैन खुद संदिग्ध हैं। ऐसे में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत INDIA गठबंधन के सभी सदस्यों ने जेपीसी की मांग की है। क्योंकि जेपीसी के मध्यम से जो रिपोर्ट में घोटाले की बात आई है उसके तथ्य तक पहुंचा जा सकता है। हजारों करोड़ रूपये का घोटाला है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसकी तथ्यात्मक जांच हो। जो सच्चाई है उसे कोई झुठला नहीं सकता है किन्तु केन्द्र सरकार चुप्पी साधे हुए है। ये जो 10 वर्ष से मिलाजुला खेल चल रहा है। देश की ऐसी संस्था जो देश के निवेश की निगरानी रखती है। अगर उस पर इतना गंभीर आरोप लगा है तो इसकी जेपीसी की जांच होनी चाहिए।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
सचिन पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री जो ईमानदारी की बात करते हैं। वो सिर्फ केन्द्र सरकार ईडी, सीबीआई, पुलिस प्रशासन के जरिये विपक्षी दलों के लोगों को टारगेट करना, कांग्रेस पार्टी के खाते सीज करना, मुख्यमंत्री को जेल भेजना और विपक्षी दलों को बदनाम करने का काम करते हैं।
पायलट ने कहा कि जनता ने लोकसभा चुनाव में देश में परिवर्तन का निर्णय किया। जनता अब दबाव, शोषण की राजनीति को पसंद नहीं करती। जब से राहुल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने हैं। सरकार को लगातार तमाम निर्णयों पर यू-टर्न लेने पड़े हैं। चाहे लेटरल इंट्री के जरिए आईएएस बनाना हो या वक्फ बोर्ड का मामला हो। यह केन्द्र की वही सरकार है। जिसने काले कृषि कानून बनाए जिसके विरोध में सैंकड़ों किसानों की जानें गये और बाद में वापस लेना पड़ा।
पायलट ने कहा कि चार राज्यों के चुनाव होने हैं। लेकिन जो पार्टी वन-नेशन, वन-इलेक्शन की बात करती है। सिर्फ दो राज्यों के चुनाव करवा रही है। चुनाव भी यह अपनी सुविधा के अनुसार चाहते हैं। भले ही इलेक्शन कमीशन चुनाव कराता है। भाजपा चारों राज्यों में चुनाव हारेगी। कांग्रेस और INDIA गठबंधन चारों राज्यों में सरकार बनायेगी।
देश की संपत्ति को चुनिंदा लोगों को दे रही सरकार
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सरकारी संपत्तियों को गिने चुने लोगों को देने का आरोप लगाया। कहा की देश के सामने सच्चाई लाने की नैतिक जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। ED,CBI सिर्फ राजनीतिक विपक्षियों को टारगेट करने में जुटी हुई है।
सचिन पायलट ने कहा कि सरकार आज कल पहले वक्फ बोर्ड और फिर लैटरल एंट्री लेने फैसलों पर यू टर्न लेने को मजबूर हुई है। सेबी के अध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। देश के करोड़ों निवेशकों को का नुकसान उठाना पड़ा है। जेपीसी के जरिए ही निष्पक्ष जांच हो सकती है।