(बहराइच)। हरदी थाना क्षेत्र में भेड़िये के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। शनिवार की रात मां के साथ लेटी संध्या (4) को भेड़िया उठा ले गया। बेटी की चीख सुन उठे परिजनों ने भेड़िये का पीछा किया, लेकिन भेड़िया नहीं मिला। सुबह बालिका का आधे से अधिक खाया हुआ शव मिला तो परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस और वन टीम ने जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही परिजनों को 10 हजार की फौरी सहायता राशि दी है।
हरदी के ग्राम पंचायत सिंगिया नसीरपुर के मजरा नई बस्ती निवासी संध्या (4) शनिवार की रात मां सुनीता के साथ आंगन में लेटी थी। इस दौरान भेड़िये ने उसे दबोच लिया और खेतों की ओर भाग गया। संध्या की चीख सुन परिजनों की नींद खुली और उन्होंने भेड़िये का पीछा किया, लेकिन अंधेरा अधिक होने से उसका पता नहीं चला। रातभर परिजनों ने ग्रामीणों और वन टीम के साथ बालिका की तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
सुबह वन टीम के कांबिंग ऑपरेशन व ड्रोन कैमरे से तलाशी के दौरान घर से लगभग 500 मीटर दूर परमानंद मिश्र के गन्ने के खेत में बालिका का शव पड़ा मिला। शव क्षत-विक्षत अवस्था में था और आधे से अधिक खा लिया गया था। शव देख वहां मौजूद हर किसी की चीख निकल गई और आक्रोश की स्थिति बन गई। सूचना पर पहुंची हरदी थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। वहीं रेंजर मोहम्मद शाकिब ने परिजनों को शव के अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपये की सहायता राशि दी।
एसडीएम, डीएफओ व नायब तहसीलदार ने किया निरीक्षण
भेड़िये के हमले में बालिका की मौत की सूचना पर एसडीएम अखिलेश सिंह, डीएफओ अजीत प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार महसी गौरीशंकर, सीओ रुपेंद्र गौड़, क्षेत्रीय लेखपाल उदय प्रताप मौके पर पहुंचे। सभी ने ग्रामीणों व परिजनों से घटना की जानकारी और हर संभव मदद का वादा किया।
डीपीआरओ ने भेड़िये से बचाव के प्रति किया जागरूक
हरदी थाना क्षेत्र में व्याप्त भेड़िये की दहशत को कम करने व लोगों को बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए डीपीआरओ राघवेंद्र कुमार द्विवेदी महसी गंगापुरवा पहुंचे। उन्होंने पूर्व प्रधान रामललन बाजपेयी समेत अन्य ग्रामीणों से उनकी समस्या जानी। साथ ही उन्हें रात में सजग रहने, कमरे में सोने, टार्च पास रखने, गोला पटाखा आदि रखने के प्रति जागरूक किया। ग्रामीणों द्वारा रात में विद्युत आपूर्ति की समस्या बताने पर डीपीआरओ ने विद्युत विभाग से समन्वय होने व निर्बाध आपूर्ति मिलने के प्रति आश्वस्त किया। इस दौरान प्रभारी एडीओ महसी प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, राकेश कुमार पांडेय आदि मौजूद रहे।
पिंजरे में कैद हुई मादा भेड़िया
खैरीघाट (बहराइच)। हरदी थाना क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में व्याप्त भेड़िये की दहशत के बीच रविवार को ग्राम पंचायत सिसैया चूड़ामणि में एक मादा भेड़िया पिंजरे में कैद हुई। इसके बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी वन विभाग ने एक नर व एक मादा भेड़िया को पकड़ा था। लेकिन उसके बाद राहत मिलने के बजाए हमले और तेज हो गए। ऐसे में अब हमले कम होंगे की इसकी कोई गारंटी नहीं है। डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि पिंजरे में कैद हुई भेड़िया मादा है और पूरी तरह स्वस्थ है। उच्चाधिकारियों से बात कर इसे चिड़ियाघर में भेजा जाएगा।
भेड़िया प्रभावित क्षेत्रों के बेघरों को मिलेंगे आवास
बहराइच। तहसील महसी क्षेत्र के भेड़िया प्रभावित गांवों के आवासहीन लोगों को आवास मुहैया कराए जाएंगे। वहीं गांवों में सोलर स्ट्रीट व हाईमास्ट लाइटें लगाने व गांव के शौचालयविहीन घरों में शौचालय बनवाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। कार्ययोजना को धरातल पर लाने के लिए क्रिटिकल गैप योजना के तहत 20 लाख की धनराशि भी स्वीकृति कर दी गई है।
डीएम मोनिका रानी ने बताया कि महसी के भेड़िया प्रभावित इलाकों में आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना बनाई गई है। क्रिटिकल गैप योजना के तहत स्वीकृत धनराशि से महसी के भेड़िया प्रभावित गांवों में चिह्नित किए गए 40 स्थानों पर सोलर स्ट्रीट व 10 स्थानों पर सोलर हाईमास्ट लाइटें लगवाई जाएंगी। इसके अलावा लोगों को शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, इसलिए गांव के शौचालयविहीन घरों को स्वच्छ शौचालय योजना से आच्छादित किया जाएगा। गांव में जिन ग्रामीणों के घरों में दरवाजे नहीं लगे हैं, वहां वन विभाग के अधिकारियों को दरवाजे की व्यवस्था कराकर दरवाजा लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिया गया है कि भेड़िया प्रभावित क्षेत्रों के आवासविहीन ग्रामीणों को आवासीय योजना से भी आच्छादित किया जाए।